
सरकार ने तो जीएसटी की दरें घटाकर आम आदमी को राहत देने की कोशिश की है, लेकिन कंपनियां वसूली के नए-नए पैंतरे आजमा रही हैं. ऑनलाइन खाना डिलीवर करने वाली कंपनियों की मनमानी तो इस मामले में एक मिसाल बन गई है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक यूजर ने ऐसे ही एक ऑर्डर का बिल पोस्ट करके कंपनियों की मनमानी पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि वस्तुओं पर जीएसटी घटा दिया गया है, लेकिन सेवाओं पर आज भी पहले की तरह ही जारी है और इसका कंपनियां गलत फायदा उठा रही हैं.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर @AshishGupta325 नाम से आईडी चलाने वाले आशीष गुप्ता ने एक बिल पोस्ट करते हुए लिखा कि ऐतिहासिक जीएसटी सुधार के बाद कंपनियों का नया पैंतरा. ऑनलाइन खाना डिलीवर करने पर लगाया 25 रुपये रेन फीस और इस फीस पर भी 18 फीसदी का जीएसटी यानी कुल 29.50 रुपये मनमाने ढंग से वसूले. उन्होंने आगे लिखा कि कंपनियों का अगला प्लान हो सकता है सूरज की रोशनी का सुविधा शुल्क, ऑक्सीजन मेंटेनेंस चार्ज, सांस लेने पर जीएसटी (जितना ज्यादा सांस लेंगे, उतना भुगतना करेंगे.
